ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत जिला पुलिस का नशा तस्करों पर शिकंजा लगातार जारी ।
नशीला पदार्थ रखने व सप्लाई करने के आरोपी को किया गिरफ्तार, 5 किलो 550 ग्राम चूरापोस्त किया बरामद।
जिला पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी पर शिकंजा कसते हुए ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत नशीला पदार्थ रखने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल के कुशल मार्ग-निर्देश में अपराध अन्वेषण शाखा लाडवा की टीम ने नशीला पदार्थ रखने के आरोप मे सुखविन्द्र सिंह वासी धनाना जिला अम्बाला को काबू करके उसके कब्ज़ा से 5 किलो 550 ग्राम चूरापोस्त बरामद व नशीला पदार्थ सप्लाई करने के आरोप मे महेंद्र सिंह वासी समलेहडी जिला अम्बाला को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
जानकारी देते हुए पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दिनांक 9 दिसम्बर 25 को अपराध अन्वेषण शाखा लाडवा प्रभारी पीएसआई जसबीर सिंह के मार्ग निर्देश में उप निरीक्षक राजेश कुमार, सहायक उप निरीक्षक प्रवीन कुमार, अरविंद कुमार, मुख्य सिपाही महेश कुमार, सिपाही संजीव कुमार की टीम लाडवा चौंक शाहबाद के पास मौजूद थी। पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली कि सुखविन्द्र सिंह वासी धनाना जिला अम्बाला चूरापोस्त बेचने का काम करता है। जो आज भी मोटरसाइकिल नंबर एचआर-08-ए जेड-7308 पर अम्बाला से शाहबाद मारकंडा मंदिर के पास चलते-फिरते नशेड़ियों को चूरापोस्त बेचने के लिए आएगा। अगर मारकंडा मंदिर के पास निगरानी की जाए तो आरोपी भारी मात्रा में चूरापोस्त सहित काबू आ सकता है। सूचना पर पुलिस टीम ने मारकंडा मंदिर के पहुंचकर निगरानी रखनी शुरू कर दी। मौका पर राजपत्रित अधिकारी को बुलाया गया। कुछ देर बाद पुलिस टीम को मोटरसाइकिल नंबर एचआर-08-ए जेड-7308 पर एक नौजवान लड़का आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस टीम द्वारा शक के आधार पर मोटरसाइकिल सवार को काबू करके उसका नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम सुखविन्द्र सिंह वासी धनाना जिला अम्बाला बताया। पुलिस द्वारा आरोपी की तलाशी लेने पर उसके कब्ज़ा से 5 किलो 550 ग्राम चूरापोस्त बरामद हुआ। मामले में आगामी तफ्तीश करते हुए अपराध अन्वेषण शाखा लाडवा प्रभारी पीएसआई जसबीर सिंह के मार्ग निर्देश में उप निरीक्षक राजेश कुमार की टीम ने नशीला पदार्थ सप्लाई करने के आरोप मे महेंद्र सिंह वासी समलेहडी जिला अम्बाला को गिरफ्तार कर लिया । आरोपियों के खिलाफ थाना शाहाबाद में नशीला पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों को माननीय अदालत में पेश करके अदालत के आदेश से कारागार भेज दिया ।














